आज के दौर में हर व्यक्ति परफ़ेक्ट दिखना चाहता है और उसके लिए वो हर तरह की चीज़ों का इस्तेमाल करता है जो बाज़ार उन्हें उपलब्ध करवाता है. जी हां, आज बाज़ार में तरह-तरह की दवाईयां और कॉस्मेटिक चीज़ें मिलती हैं, जो आपकी त्वाचा के रंग को गोरा करने से ले कर गंजे व्यक्ति के सर पर बाल लाने तक का दावा करती हैं. वहीं विज्ञान ने भी इतनी तरक्की कर ली है कि वो सर्जरी के माध्यम से व्यक्ति को सुंदर और बेहतर बानने के लिए कार्य करने लगा है.

मुंबई के एक 17 वर्ष के युवक ने अपनी लंबाई को बढ़ाने के लिए सर्जरी का सहारा लिया. हांलाकि सर्जरी सफ़ल रही, लेकिन उसके पैर की हड्डियों में दर्द रहने लगा जिसके कारण उसका चलना दुश्वार हो गया. इसके बाद इस युवक ने 5 बार और सर्जरी करवाई लेकिन वह असफ़ल रही. आज इस युवक के लिए अपने पैरों पर चलना मुश्किल हो गया है.

मुंबई के उपनगर कल्याण में रहने वाले प्रेम पटेल की लम्बाई 5’1 थी, जिसके कारण उसके दोस्त उसे बौना कह कर चिढ़ाते थे, 17 साल का प्रेम इससे बेहद परेशान था. इस परेशानी से निजात पाने के लिए प्रेम और उसके परिवार ने Sion Hospital से इलाज करवाने का निर्णय लिया, जहां डॉ. बिनोती शेठ ने उन्हें सर्जरी द्वारा हाइट बढ़ाने (limb lengthening surgery) का सुझाव दिया.
लेकिन प्रेम और उसके परिवार को क्या पता था कि सर्जरी करवाना उनकी सबसे बड़ी भूल साबित होगी. इस सर्जरी के बाद प्रेम कि हड्डियों में दर्द रहने लगा और उसके लिए ठीक से चल पाना भी दुश्वार हो गया. इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए उसने पांच और सर्जरी करवाईं, लेकिन वह भी नाकाम रहीं. 25 जून वह तारीख है जब प्रेम अपने पैरों पर आखिरी बार चला था.
प्रेम का कहना है कि“मेरी हाइट को लेकर जो ताने मेरे दोस्त मारा करते थे वह मुझे नरक का एहसास कराते थे, लेकिन जो स्थिति मेरी आज है वह नरक से भी बत्तर है.”

वहीं दूसरा मामला एक लड़की का है जिसे 4’5 की लंबाई के चलते अलग-अलग नामों से पुकारा जाता था, यहां तक की लोग इसे सनकी भी कहते थे, शायद यही अपमान और उपहास ही था. जिसने इस लड़की को सर्जरी करवाने के लिए मजबूर किया. 25 साल की सनीका हुसैन ने सर्जरी करवाने का फैसला लिया और पांच सालों तक अपना इलाज़ करवाया. भले ही वो आज तीन इंच लम्बी हो गई हैं, लेकिन उनके पैर की स्थिति उतनी बेहतर नहीं रही, जितनी सर्जरी से पहले थी.
इन दो विभिन्न मामलों के परिणाम से तो यही साबित होता है हमारे समाज में जो लोग ठीक-ठाक दिखते हैं वो अपने से कम बेहतर दिखने वाले लोगों को इतना अपमानित कर देते हैं कि उन्हें मजबूरन सर्जरी करवाने तक का फैसला लेना पढ़ता है. तो किसी भी व्यक्ति की शारीरिक सुंदरता के आधार पर उसका उपहास उड़ाने से पहले दो बार सोच लीजिएगा.
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