एक ऑटोमेटिक चलने वाला वाहन कल जब स्पेस स्टेशन पहुंचा तो इंटरनेट की दुनिया पर हलचल-सी मच गई. लेकिन गौरतलब है कि ये वाहन अपने साथ यात्रियों को नहीं बल्कि व्हिस्की को ले कर गया था.

फ़िलहाल यात्री नहीं पी सकते व्हिस्की
इंटरनेश्नल स्पेस स्टेशन पर रह रहे छह अंतरिक्ष यात्री इस व्हिस्की का मज़ा नहीं ले सकेंगे, क्योंकि अभी इसे सिर्फ़ अनुसंधान के मकसद से ले जाया गया है.

आख़िर क्यों ले गये स्पेस में व्हिस्की
अब सवाल ये उठता है कि जहां अंतरिक्ष में इंसान को पहुंचाने के लिए इतनी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है वहीं व्हिस्की को स्पेस में ले जाने की क्या ज़रूरत पड़ी थी? तो आपको बता दें कि जपानी एल्कोहल कंपनी संतॉरी ने अपनी व्हिस्की को स्पेस में इसलिए भेजा है क्योंकि वो यह जानना चाहते हैं कि अंतरिक्ष में व्हिस्की के स्वाद और असर पर कोई बदलाव होता है या नहीं?

पहले भी कईयों ने की है कोशिश
पिछले महीने कुछ रूसी और अमेरिकी अंतरिक्ष यानों ने भी ऐसी कोशिश की थी लेकिन सफ़ल नहीं हो पाये. अब जापानी यान उपलब्धि हासिल कर चुका है तो अन्य देश कोशिश पुन: ज़रूर करेंगे.

भोजन, पानी और कुछ कपड़े भी पहुंचे
बीते हफ़्ते बुधवार को दक्षिण जापान से H-IIB यान छोड़ा गया. इसमें कपड़े, पानी और कुछ खाने का सामान भी अंतरिक्षयात्रियों के लिए भेजा गया. इस यान का नाम “कुओनोतोरी” है जो लगभग 5.5 टन सामान ले जाने में सक्षम है.
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